सिन्धु सभ्यता/हड़प्पा सभ्यता #truthoflife

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    सिन्धु सभ्यता/हड़प्पा सभ्यता



👉मोहनजोहड़ो का सिन्धी में अर्थ है-मृतकों का टीला (Mound of Dead)

👉मोहनजोदड़ो से विशाल अन्नागार का साक्ष्य मिला, जो मोहनजोदड़ो की सबसे बड़ी इमारत है।

👉मोहनजोदड़ो सिन्धु सभ्यता का सबसे बड़ा नगर है। यहाँ के घरों में कुएँ के साक्ष्य मिले हैं। यहाँ से ही सूती कपड़े के उपयोग के साक्ष्य मिले हैं।

👉गुजरात में स्थित लोथल से हड़प्पाकालीन बन्दरगाह (Dockyard) के साक्ष्य मिलते हैं। यहाँ से फारस की मुद्राचावल के अवशेष मिले हैं ।

👉कालीबंगा से हड़प्पा पूर्व संस्कृति के अवशेष प्राप्त हुए हैं।


👉सिन्धु सभ्यता के स्थल लोथल से चोंच में मछली दबाये चिड़िया एवं पेड़ के नीचे खड़ी लोमड़ी का चित्रांकन मिलता है, जो पंचतन्त्र की चालाक लोमड़ी की कहानी के सादृश्य है ।


👉सिन्धु सभ्यता के पशुओं में कूबड़ वाला साँड़ विशेष पूजनीय था।


👉सिन्धु सभ्यता के स्थल दैमाबाद से ताँबे के रथ का खिलौना मिला है ।


👉सिन्धु सभ्यता में स्त्री मृणमूर्तियाँ (मिट्टी की मूर्तियाँ) अधिक मिलने से ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि सिन्धु सभ्यता का समाज मातृसत्तात्मक था। यहाँ पर पर्दा प्रथा व वेश्यावृत्ति की प्रथाएँ प्रचलित थीं ।

👉हड़प्पा में सोना फारस, अफगानिस्तान एवं कर्नाटक से आयात किया

जाता था।

👉ताँबे का आयात खेतड़ी (राजस्थान), टिन का आयात अफगानिस्तान एवं मध्य एशिया तथा नीलमणि का आयात महाराष्ट्र से होता था।

सिन्धु सभ्यता के निवासी मातृदेवी की उपासना किया करते थे।

सिन्धु सभ्यता में वृक्ष पूजा भी प्रचलित थी और पीपल को पवित्र पेड़

माना जाता था।

👉सिन्धु सभ्यता के लोग धातुओं का प्रयोग नहीं करते थे। 

लोथल से हाथी के दाँत का पैमाना मिला है।

👉सिन्धु सभ्यता के लोग शायद भूत-प्रेतों में विश्वास करते थे, क्योंकि यहाँ अवशेषों में ताबीज पाये गये हैं।

👉हाथी गुजरात क्षेत्र में पाला जाने वाला पशु था। इसका अंकन कई मुद्राओं पर हुआ है। यद्यपि ऊँट का अंकन कहीं नहीं हुआ है तथापि इसकी हड्डियाँ ही प्राप्त हुई हैं।


👉सिन्धु सभ्यता के हड़प्पा नामक स्थल से दो कब्रिस्तान के साक्ष्य प्रकाश में आये हैं।

👉मोहनजोदड़ो से नृत्य मुद्रावली स्त्री की कांस्य मूर्ति की प्रतिमा प्राप्त हुई है।

👉कालीबंगा से लकड़ी की नाली, हल से जोते गये खेत, दो फसलों को एक साथ बोये जाने के साक्ष्यहवनकुण्ड के साक्ष्य, ऊँट की हड्डियाँ मिली हैं। यहीं से मेसोपोटामिया की एक बेलनाकार मुद्रा मिली है।

👉कालीबंगा से मृण-पट्टिका (Terracotta cake) पर उत्कीर्ण सींगयुक्त देवता की आकृति एवं भूकम्प आने के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।

👉गुजरात के काठियावाड़ प्रायद्वीप में स्थित रंगपुर से धान की भूसी के ढेर, पत्थर के फलक, मृद्भाण्ड आदि मिले हैं।

👉हरियाणा में स्थित बनवाली से ताँबे के बाणाग्र, हल की आकृति के खिलौने प्राप्त हुए है।

👉बनवाली में जल निकास प्रणाली का अभाव था जबकि धौलावीरा से एक उन्नत जल प्रबन्धन प्रणाली का पता चलता है।

👉गुजरात के कच्छ जिले में स्थित सुरकोटदा से घोड़े की अस्थियों के साक्ष्य मिले हैं।

👉सिन्ध क्षेत्र में स्थित चन्हूदड़ो से दुर्ग का अस्तित्व नहीं मिला है तथा बिल्ली का पीछा करते हुए कुत्ते के पद चिह्न और सौन्दर्य प्रसाधनों में लिपिस्टिक के प्रमाण मिलते हैं।

👉गुजरात के कच्छ जिले में स्थित धौलावीरा से स्टेडियम के साक्ष्य, घरों के दरवाजों पर नेमप्लेट के साक्ष्य मिलते हैं।

1 सिन्धु सभ्यता से प्राप्त ईंटें 4 : 2:1 के अनुपात में थीं।

👉हड़प्पा सभ्यता से स्वास्तिक, चक्र और क्रॉस के साक्ष्य मिलते हैं।

👉 सिन्धु लिपि में लगभग 64 मूल चिह्न एवं 250 से 400 तक अक्षर हैं, जो सेलखड़ी की आयताकार मुहरों, गारिकाओं आदि पर मिलते हैं।

👉 सिन्धु लिपि भावचित्रात्मक (पिक्टोग्राफ) है। यह दाय से बायीं ओर लिखी जाती है।

👉सिन्धु सभ्यता के बांट माप 16 के अनुपात में थे—16, 64, 160, 320, 640 आदि ।

👉सिन्धु घाटी सभ्यता के लोगों का मुख्य व्यवसाय व्यापार था।

👉सिन्धु घाटी के लोग माप-तौल से परिचित थे। इसके अवशेष लोथल से प्राप्त हुए हैं।

👉सिन्धु सभ्यता की मुहरें बेलनाकार, वर्गाकार, आयताकार एवं वृत्ताकार आकार में थीं। इनमें से सर्वाधिक मात्रा में वर्गाकार आकार में थीं।

👉 लोथल के कब्रिस्तान में महिलाओं व पुरुषों को एक साथ दफनाने के साक्ष्य मिले हैं।

👉सिन्धु सभ्यता में घरों के दरवाजे व खिड़कियाँ सड़क की ओर न खुलकर पिछवाड़े में गली की ओर खुलते थे। केवल लोथल में घरों के दरवाजे मुख्य सड़क मार्ग की ओर खुलते थे।

👉सिन्धु सभ्यता के लोग शहरी थे तथा उनके घर ईंटों के बने होते थे।

👉सर्वप्रथम कपास की खेती का प्रचलन सिन्धु सभ्यता में हुआ था। इसे ग्रीक या यूनान के लोग 'सिण्डन (Sindon)' नाम से पुकारते थे। 

👉रोमन बस्ती के साक्ष्य पुदुचेरी के निकट स्थित 'अरिकामेडु' से प्राप्त हुए हैं।

         सिन्धु सभ्यता में विदेशी व्यापार


आयातित वस्तुएँ

प्रदेश

ताँबा


खेतड़ी, ब्लूचिस्तान, ओमान

चाँदी


अफगानिस्तान, ईरान


सोना


कर्नाटक, अफगानिस्तान, ईरान

टिन


अफगानिस्तान, ईरान


गोमेद


सौराष्ट्र

लाजवर्द

मेसोपोटामिया

सीसा

ईरान


👉लेखनकला की उचित प्रणाली विकसित करने वाली पहली सभ्यता सुमेरिया की थी


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