राष्ट्रीय स्मारक : इण्डिया गेट
इण्डिया गेट भारत का राष्ट्रीय स्मारक (National Monument) है।
यह देश के सबसे बड़े युद्ध स्मारकों में शामिल है। इण्डिया गेट देश
की राजधानी दिल्ली में स्थित है।
इसे उन 90,000 सैनिकों की याद में 1931 में बनाकर तैयार किया गया जो प्रथम विश्व युद्ध और अफगान युद्ध में ब्रिटिश सेना की तरफ से लड़े थे।
10 फरवरी, 1921 को ड्यूक ऑफ कनॉट ने अखिल भारतीय युद्ध स्मारक, जो इण्डिया गेट कहलाता है, की नींव डाली थी ।
इण्डिया गेट का डिजाइन सर एडविन लुटियन्स ने तैयार किया था ।
पहले इण्डिया गेट को 'ऑल इण्डिया वॉर मेमोरियल' कहा जाता था।
26 जनवरी, 1972 में इण्डिया गेट मेहराब के नीचे दिसम्बर, 1971 के भारत-पाक युद्ध में मारे गये भारतीय जवानों के प्रति राष्ट्र की श्रद्धांजलि के रूप में एक और स्मारक 'अमर जवान ज्योति' जोड़ दिया गया । यह ज्योति शहीदों की याद में सदा प्रज्वलित रहती है।
स्वतंत्रता के बाद विभिन्न युद्धों में अपने प्राणों की आहुति देने वाले जवानों की स्मृति में 'राष्ट्रीय युद्ध स्मारक' इंडिया गेट स्थित नई दिल्ली में स्थित है।
यह स्मारक पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा 25 जनवरी, 2019 को राष्ट्र को समर्पित किया गया।
राष्ट्रीय जलीय जीव : डॉल्फिन (Dolphin)
10 मई, 2010 को भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मन्त्रालय ने 'डॉल्फिन' को 'राष्ट्रीय जलीय जीव' (National Acquatic Animal) घोषित किया है।
केन्द्र सरकार ने गंगा में डॉल्फिन की संख्या बढ़ाने के लिए 'प्रोजेक्ट डॉल्फिन' को भी 'प्रोजेक्ट टाइगर की तरह महत्वपूर्ण माना है।]
विश्व के ताजे पानी के केवल चार क्षेत्रों में डॉल्फिनें पाई जाती हैं। भारत में गंगा एवं चम्बल नदी के अलावा पाकिस्तान में सिन्धु नदी में 'फूला' चीन 'बोटो' नाम से डॉल्फिन की प्रजाति पाई जाती है।
गंगा में पाई जाने वाली डॉल्फिन दृष्टिहीन होती है। इसकी आँखों में लेंस नहीं होते हैं।
मादा डॉल्फिन की लम्बाई नर डॉल्फिन से अधिक होती है ।
डॉल्फिन का उल्लेख 'महाभारत' एवं 'बाबरनामा' में भी मिलता हैराष्ट्रीय मुद्रा प्रतीक : ₹
भारतीय रुपये का अलग पहचान चिह्न निर्धारित करने के लिए 15 जुलाई, 2010 को नया प्रतीक " देवनागरी लिपि के 'आर' (R) को मिलाकर बनाया गया है। भारतीय मुद्रा विश्व की पाँचवीं ऐसी मुद्रा है जिसका अपना अलग पहचान चिह्न (₹) है। इसके पूर्व अमरीकी डॉलर, ब्रिटिश पाउण्ड, जापानी येन एवं यूरोपीय यूरो का अपना अलग पहचान चिह्न है।
मुम्बई आई. आई. टी. के पोस्ट ग्रेजुएट डिजाइनर उदय कुमार ने इस भारतीय राष्ट्रीय मुद्रा (₹) को डिजाइन किया।
राष्ट्रीय मुद्रा का यह प्रतीक देवनागरी के अक्षर 'र' और रोमन अक्षर 'R' का मिला-जुला रूप है। देवनागरी के अक्षर 'र' को बीच में एक रेखा काटती है जो तिरंगे का प्रतिनिधित्व करती है। इसका मतलब समानता से भी है।