राष्ट्रीय गान ( National Anthem) : जन गण मन
💯* क्या आपको पता है राष्ट्रीय गान जन -गण -मन के बारे मै कुछ बातेअगर नहीं तो आपको जानना चाहिए !
(जन-गण-मन अधिनायक जय हे, भारत-भाग्य विधाता। पंजाब सिन्ध गुजरात-मराठा, द्राविड़ उत्कल बंग। विन्ध्य-हिमाचल-यमुना-गंगा, उच्छल जलधि तरंग। तब शुभ नामे जागे, तब शुभ आशिष माँगे।
गाहे तब जय गाथा जन-गण-मंगलदायक जय हे, भारत भाग्य विधाता । जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे।)
* राष्ट्रीय गान जन -गण -मन की रचना रवीन्द्रनाथ टैगोर ने मूल रूप से बांग्ला भाषा मै किया था ! इसी राष्ट्रीय गण को भारतिए संविधान सभा द्वारा 24 जनवरी 1950 मै अंगीकृत किया गया !
*इस गण को सर्व प्रथम 27 दिसम्बर 1911 ई० मै भारतिए राष्ट्रीय कॉंग्रेस के कोलकाता अधिवेशन मै गाया गया !यह गान सर्व प्रथम १९१२ ई ० मे तटवबोधिनी नामक पत्रिका मे भारत भाग्य विधाता नामक शीरस्क से प्रकासित हुआ था!
*राष्ट्रगान मे 13 पंकितीयां है ,जियाके गायन मै 52 सेकंड का समय लगता है !
*रवीन्द्रनाथ टैगोर ने राष्ट्रीय गान का अंग्रेजी अनुवाद 1919 मै morning song of india "शीर्षक से किया था !
* रवीन्द्रनाथ टैगोर ने ही बांग्लादेसी के राष्ट्रीय गान आमार सोनार बांग्ला की रचना की थी !
*15 नवंबर 2010 को दूर संचार विभाग ने अपनी एक विज्ञापित के द्वारा राष्ट्रगान को कॉलर ट्यून नहीं बनाने के निर्देश जारी किए !
*27 दिसम्बर 2011 मे राष्ट्रगान जन -गान -मन अधिनायक .... के 100 वर्ष पूरे हो गए !